Geyser Tips in Winter: खारे पानी से क्या खराब होता है गीजर, इससे हो सकता है ब्लास्ट?
Geyser Tips in Winter: स्केलिंग की वजह से हीटिंग एलिमेंट पर एक मोटी परत जम जाती है, जिससे वह ज़्यादा गरम हो सकता है और खराब हो सकता है. जंग और स्केलिंग के कारण टैंक में लीकेज हो सकता है, जिससे गीजर की सुरक्षा और स्थिरता प्रभावित होती है.
Geyser Tips in Winter: खारे पानी का गीजर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, और यह समय के साथ गीजर की कार्यक्षमता को भी प्रभावित कर सकता है. हालांकि, गीजर का ब्लास्ट होना दुर्लभ है और आमतौर पर सुरक्षा मानकों का पालन न करने या गलत उपयोग के कारण होता है. आइए जानते हैं खारे पानी का गीजर पर असर और इससे बचाव के उपाय.
खारे पानी से गीजर में स्केलिंग और जंग
खारे पानी में मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज गीजर की हीटिंग कॉइल और टैंक की दीवारों पर जमा हो जाते हैं.
इसे स्केलिंग कहते हैं, जो गीजर की हीटिंग क्षमता को कम कर सकता है और बिजली की खपत बढ़ा सकता है. खारे पानी में मौजूद नमक और अन्य खनिज टैंक को अंदर से जंग लगने का कारण बन सकते हैं, जिससे गीजर का जीवनकाल कम हो जाता है.
हीटिंग तत्व खराब होना
स्केलिंग की वजह से हीटिंग एलिमेंट पर एक मोटी परत जम जाती है, जिससे वह ज़्यादा गरम हो सकता है और खराब हो सकता है. जंग और स्केलिंग के कारण टैंक में लीकेज हो सकता है, जिससे गीजर की सुरक्षा और स्थिरता प्रभावित होती है.
ब्लास्ट का खतरा
अगर गीजर का प्रेशर रिलीज़ वॉल्व ठीक से काम नहीं कर रहा हो और अंदर अत्यधिक प्रेशर जमा हो जाए, तो ब्लास्ट होने का खतरा हो सकता है. यह स्थिति खारे पानी से अधिक जंग और प्रेशर को बढ़ा सकती है.
सेफ्टी के लिए ये काम जरूर करें
गीजर से पहले पानी को नरम बनाने के लिए वाटर सॉफ्टनर या फिल्टर लगाएं. इससे खनिजों की मात्रा कम हो जाएगी. हर 6 महीने या साल में एक बार गीजर की सर्विस कराएं ताकि स्केलिंग और जंग हटाई जा सके. गीजर के टैंक में मौजूद मैग्नीशियम एनोड रॉड को समय-समय पर बदलवाएं. यह जंग और स्केलिंग को रोकने में मदद करता है.